यह कहानी पाँच दोस्तों की है – शिवी, शिलु, सालु, परी और मोना की।इस कहानी का सबसे अहम किरदार एक टीचर भी है, जिसके बारे में आपको आगे पता चलेगा।शिवी का घर और उसकी जिदकाफी दिनों से शिवी अपने पापा को कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए मना रही थी।जैसा कि आप जानते ही हैं, हमारी सोसाइटी में ये सोच बैठी है कि सिर्फ साइंस वाले बच्चे ही मेहनती और सफल होते हैं।शिवी ने 10वीं कक्षा 91 से पास की थी, लेकिन उसके पापा दूसरों की बातों में आकर उसे साइंस दिलाना चाहते थे।आख़िरकार, बहुत ज़िद और समझाने के बाद शिवी