सादगी से मोहब्बत तक

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हरी-भरी खेतों से घिरे एक छोटे से गाँव में गौरी नाम की लड़की रहती थी। बड़ी-बड़ी आँखें, चेहरे पर मासूमियत और बातें ऐसी कि सुनने वाला दिल से जुड़ जाए। गौरी का संसार बहुत छोटा था – घर, खेत और कभी-कभी नदी किनारे सहेलियों के संग हंसी-मज़ाक। उसे शहर की चमक-दमक का ज़्यादा अंदाज़ा नहीं था। उसके लिए खुशी का मतलब था, नीम की छाँव में बैठकर मिट्टी की खुशबू में साँस लेना।उसी गाँव में एक दिन शहर से आया अर्णव। पढ़ाई और नौकरी से भरा उसका जीवन बिल्कुल अलग था। बड़े-बड़े सपने, फैशन और तेज़ रफ्तार से भरा उसका