तहम्मुल-ए-इश्क - 2

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‎"आमिर !!‎आमिर साद अहमद ख़ान, उसका छोटा भाई, साद अहमद का सबसे छोटा सत्रह साल का बेटा, उम्र से पहले ही वो अपनी उम्र से बहुत ज़्यादा बड़ा लगता था, लंबा क़द, दरमियानी वुजूद, न मोटा न पतला, सफ़ेद गुलाबी रंगत, वो बिल्कुल जेरिश से मशाहबत रखता था।।‎‎"आमिर तुम यहाँ कैसे? जेरिश ने नज़रें चुराते हुए अपने भाई से पूछा।‎"क्यों आपी, मैं यहाँ नहीं आ सकता क्या? सवाल के बदले सवाल किया गया।‎"ऑफ़ कोर्स आ सकते हो, तुम्हारा ही तो रूम है, जब मर्ज़ी आओ, जेरिश ने फ़राख़दिल से उसको जवाब दिया था।।‎‎"आपी, आप रोती रही हैं न? आमिर ने