ओ मेरे हमसफर - 22

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(प्रिया बहादुरी और प्रेम के संघर्ष में फंसी है। उसने रिया को आदित्य और दोस्तों से बचाया, शादी का विरोध किया और रिया की IAS पढ़ाई सुनिश्चित की। कुणाल प्रिया को ढूंढता है, लेकिन हवेली खाली है। बाद में प्रिया ने खुद को बंद कमरे में टोनी और भानु के जाल में फंसा पाया। प्रिया गिरीश की मदद से बच निकलती है। फोन पर कुणाल से मिलकर भावनात्मक पल आता है, लेकिन वह नशे में बेसुध है। कुणाल नशे में उसका साथ देने का वादा करता है । लेकिन प्रिया उसे टैक्सी में बैठाकर विदा करती है। उनका प्यार अधूरा