चिंता व्यर्थ है

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होगा वही जो ईश्वर चाहेगा हाँ दोस्तों हमारी यह कहानी आज उन लोगों के लिए हैं जो लोग सोचते हैं कि अगर मुझे कुछ हो गया तो मेरे परिवार का क्या होगा मेरे बच्चों का क्या होगा...? चलो बिना देर करे बिना कहानी शुरू करते हैं....एक शहर में एक भिखारन रहती थी वह एक चौराहे पर भीख माँगा करती थी एक दिन उस भिखारन ने उसी चौराहे पर दो जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया और उसी दिन यमराज ने अपने दूतो को बुलाकर कहा कि जाऔ उस भिखारन ले आऔ यमराज कि बात सुन कर दोनो दूत चल पड़े जब