सफलता और आध्यात्मिक आनंद — 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 प्रस्तावना "सफलता की दौड़ में खो न जाए जीवन का रस,जीना ही ईश्वर है, यही है असली सुख-विलास।"अध्याय 1: सफलता और आध्यात्मिक आनंद — दो विपरीत धाराएँसंसार की सफलता और आध्यात्मिक जीवन की दिशा बुनियादी रूप से अलग हैं।सफलता: शिक्षा, व्यवसाय, धन-संपत्ति, सामाजिक प्रतिष्ठा आदि “बाहर” की वस्तुओं में खोजी जाती है। यहाँ बुद्धि, विश्लेषण, योजना, और दूसरों से तुलना प्रमुख है। अक्सर सफलता संघर्ष, प्रतिस्पर्धा और तनाव का कारण बनती है।आध्यात्मिकता: आनंद, शांति, प्रेम, आत्मस्वीकृति, करुणा—यह सब “भीतर” से ही उदित होता है। यहाँ ह्रदय, भावना, मौन और साक्षीभाव