(सुबह का समय है। खिड़की पर बूँदें टपक रही हैं। बाहर पेड़ों की पत्तियों पर बारिश चमक रही है। अंदर डाइनिंग टेबल पर नाश्ता रखा है – पराठे, अचार और चाय। राजीव अखबार पढ़ रहे हैं, नेहा अपने फोन पर कुछ देख रही है और रोहन दूध में कॉर्नफ्लेक्स डाल रहा है।)रोहन (उत्साह से खिड़की की ओर देखते हुए):"वाह पापा! देखो कितनी जोर से बारिश हो रही है! आज तो स्कूल ही बंक मार देता हूँ।"राजीव (अखबार से नजर उठाकर):"ऐसा नहीं होता जनाब! बारिश पढ़ाई रोकने का बहाना नहीं होती।"नेहा (हँसते हुए):"हाँ, लेकिन सच कहूँ तो... बारिश में आलस बहुत