डायरी - 07 अगस्त 2025 ई. * ओना मासी धम्म * यह सर्वमान्य सत्य है कि ढलती अवस्था में स्मृतियां अपेक्षाकृत काफी धुंधली होने लगती हैं पर यह भी सत्य है कि इस अवस्था में स्मृतियां मानस पटल पर उभरती,डूबती तो अवश्य ही रहती हैं।कड़वी यादें दुख देती हैं तो सुखद यादें गुदगुदाती हैं। 'ओना मासी धम्म' वास्तव में 'ॐ नमः सिद्धम का ही रूप है। इस लेख में सिद्धों के पूर्ववर्ती और पश्चातवर्ती विभिन्न संप्रदायों की चर्चा करते हुए बुंदेलखंड के एक विशेष क्षेत्र में सिद्धों के प्रभाव का विवेचन है।