ऑनलाइन शिकारीनलिनी कुछ देर पहले ही बैंक से लौटी थी। आज बैंक में दिनभर बहुत काम रहा था। वह बैंक मैनेजर के पद पर थी और उसकी ज़िम्मेदारियां बहुत थीं। घर लौटकर वह सोफे पर लेट गई थी। थकी इतनी थी कि प्यास से गला सूख रहा था फिर भी उठकर पानी पीने की हिम्मत नहीं हो रही थी। उसे अपनी बेटी पीहू की याद आई। जब तक वह पढ़ाई के लिए बाहर नहीं गई थी तब तक नलिनी को बहुत आराम था। उसके बैंक से लौटने पर पीहू उसे पानी पिलाती थी। उसके लिए चाय बनाती थी। जब वह