बिकाश – एक गाथा

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अध्याय 1 – मासूम शुरुआतनेपाल की तराई का एक छोटा-सा गाँव।हरी-भरी खेतियाँ, चारों ओर फैली हवा में मिट्टी की खुशबू, और बीच में एक मिट्टी का घर – यही था बिकाश का संसार।बचपन से ही उसकी आँखों में बड़े सपने थे।वह अक्सर आसमान की ओर देखता और सोचता –“काश, मेरी ज़िंदगी भी इन बादलों जैसी ऊँचाई छू सके।”गरीब परिवार था। पिता किसान और माँ गृहिणी। लेकिन उन्होंने हमेशा उसे सिखाया –“बेटा, हालात चाहे जैसे भी हों, मेहनत करने वाला कभी हारता नहीं।” अध्याय 2 – शिक्षा की लड़ाईगाँव के स्कूल में फटी-पुरानी किताबें और टूटी बेंचें थीं।लेकिन बिकाश हमेशा क्लास