सरोगेट मदर

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वाजिद हुसैन सिद्दीक़ी की कहानी घुंघराले बालों, भूरी आंखों और रंगीन बुशर्ट वाला एक सुंदर लंबा- चौड़ा आदमी खिड़की में खड़ा होकर चांद की तरफ देख कर एक आह भरता है। अचानक कमरे में एक आवाज़ आती है, 'रंजीत ...।' यह आवाज़ उसकी दूसरी पत्नी तृप्ति की थी‌। रंजीत सिगरेट का एक कश ज़ोर से लेकर सिगरेट खिड़की से बाहर फेंक देता है फिर बुरा- सा मुंह बनाकर कहता है, 'हां तृप्ति, क्या है...?' 'ग्यारह‌ बज गए, कब सोओगे?' अभी नींद नहीं आती। तुम सो जाओ, मैं आता हूं। ज़रा एक सिगरेट और पी लूं। यह कहकर एक सिगरेट निकालकर लाइटर से जलाता