भाग 1 – पहली मुलाक़ातआयुष और अनामिका की मुलाक़ात कॉलेज के पहले दिन हुई थी। भीड़-भाड़ वाले कैंपस में अनामिका की मासूम मुस्कान ने आयुष का दिल छू लिया। धीरे-धीरे दोनों दोस्त बने और फिर यह दोस्ती गहरी होती चली गई। अनामिका बेहद ज़िंदादिल और खुशमिजाज़ थी, जबकि आयुष थोड़ा संकोची और शांत स्वभाव का।भाग 2 – प्यार का इज़हारदोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल गई, उन्हें खुद भी पता नहीं चला। आयुष के लिए हर सुबह अनामिका की हँसी से शुरू होती और हर रात उसकी यादों में खत्म। एक दिन हिम्मत करके आयुष ने कह ही दिया—“अनामिका,