त्रिशा के पिता और मामा भी अक्सर एक आधे अवसर पर थोड़ी बहुत ड्रिंक कर लेते थे इसलिए उसे यह कोई अजीब बात ना लगी। उसे लगा कि वह यह आदत बर्दाश्त कर लेगी। और उसने राहत की सास ली। लेकिन तभी राजन ने बोला," देखो त्रिशा, मैं और मेरा परिवार थोड़ा पुराने ही ख्यालों वाला है और आज इस उम्र तक भी मेरी मां अपनी सास यानी मेरी दादी की मर्जी के बिना कोई काम नहीं करती है। मेरे पिताजी जिनका दो साल पहले देहांत हो गया, लेकिन जब तक वह थे मां ने उनकी मर्जी के हिसाब से ही