नागमणि - भाग 5

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ल--- नागमणि – भाग 5️ लेखक – विजय शर्मा एरी, अजनाला (अमृतसर, पंजाब)--- प्रस्तावनानागमणि की गाथा अब तक रहस्य और रोमांच से भरपूर रही है। भाग 4 में आपने जाना कि नागमणि केवल शक्ति का रत्न नहीं, बल्कि सृष्टि के संतुलन का आधार है। अर्जुन और चंद्रलेखा ने कई कठिनाइयों से गुजरते हुए अब उस स्थान तक पहुँचने का निश्चय किया है जहाँ नागमणि का अंतिम रहस्य छिपा है।--- पहला दृश्य – किले की ओररात का अँधेरा था। आसमान में बादल गड़गड़ा रहे थे, बीच-बीच में बिजली की चमक से जंगल रोशन हो जाता। हवाएँ इतनी तेज़ चल रही थीं