अपने मन की बैटरी चार्ज कैसे करें? यह रोज डिस्चार्ज कैसे हो जाती है और यह कैसे चार्ज होती है ?इसे हम मानसिक ऊर्जा को रिचार्ज करना कह सकते हैं। दिमाग की बैटरी को रिचार्ज करना यह कुछ अटपटा सा लग रहा होगा पढ़ने में लेकिन यह बहुत जरूरी है। जिस तरह से हमारे मोबाइल को टाइम टू टाइम चार्ज की आवश्कता होती है उसी प्रकार हमारे दिमाग को भी चार्जिंग की आवश्कता होती है। अक्सर हम समझ नहीं पाते लेकिन नकरात्मक विचार हमारी ऊर्जा खींच लेते हैं और हमें कमजोर बना देते हैं। बैटरी चार्ज का मतलब भी इस ऊर्जा