मैं खुश हूं उसकी यादों में...

मैं उसकी यादों में खुश हूँरात के अंधेरे में अक्सर मैं खुद से बातें करता हूँ। खिड़की पर टिमटिमाती चाँदनी जब मेरे कमरे में उतरती है, तो लगता है जैसे वह चुपके से मेरे पास बैठ गई हो।वह अब कहीं और है, अपनी दुनिया में, अपने लोगों के बीच… लेकिन मेरी दुनिया आज भी उसकी यादों से ही भरी हुई है।---उसकी हंसीउसकी हंसी… अहा, जैसे कोई घंटियों का कारवां। आज भी जब किसी मोड़ पर किसी अनजान की हंसी वही लय छेड़ देती है, मेरा दिल पल भर के लिए रुक जाता है।यादें हंसती हैं, गुदगुदाती हैं। उस हंसी ने