आखिरी दीपक

  • 126

राजस्थान के वागड़ क्षेत्र का एक छोटा-सा गाँव—रामपुरा। मिट्टी की कच्ची गलियाँ, शाम को लौटते चरवाहे, और हर घर के आँगन में नीम या पीपल का पेड़। गाँव के बीचोंबीच एक टूटा-फूटा स्कूल था, जिसमें आठवीं तक ही पढ़ाई होती थी।इसी गाँव में मीरा रहती थी—गेंहुए रंग की, बड़ी-बड़ी आँखों वाली, हमेशा किताब थामे रहने वाली लड़की। मीरा की माँ गुजर चुकी थी, और उसके पिताजी किसान थे। खेतों में काम के बाद भी वह अपनी बेटी के लिए पढ़ाई की फीस somehow जुटा लेते थे।गाँव में लड़कियों के लिए पढ़ाई ज़्यादा मायने नहीं रखती थी। लोग कहते—"मीरा, अब तुम