बर्डस ऑफ पैसेज

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  बर्ड्स ऑफ़ पैसेज  विदेश मंत्रालय की विदेश सेवा में राजनयिक बन कर जाना हमारे समय में सर्वोत्कृष्ट सर्विस माना जाता था इसीलिये आईए.एस. की परीक्षा के फार्म भरते समय लगभग सभी उम्मीदवार अपनी ‘चॉइस लिखने के कॉलम  में पहले स्थान पर आई.ए.एस. चुनना पसंद करते थे  मेरिट लिस्ट में ऊपर रहने वाले लगभग सभी उम्मीदवार इसी को चुन कर विदेश सेवा में जाया करते थे भारत के प्रथम प्रधान मंत्री विदेश मंत्रालय को हमेशा अपने पास  रखते थे, तथा दूतावास व हाई कमीशनों के राजदूतों को भारत की विदेशों में अच्छी छवि बनाने पर बहुत ज्यादा जोर देते थे! हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरु के समय विदेश मंत्रालय, और इसकी इंडियन फॉरेन सर्विस (आईएफएस) की सबसे ज्यादा तूती बोलती थी अब यह रूझान पूरा बदली होता जा रहा है, क्योंकि आजकल