(छाया ने नित्या और काशी की सुरक्षा के लिए खुद को नित्या बताकर अगवा होने से बचाया, लेकिन खुद फँस गई। पुलिस ने डैनी की साजिश का पर्दाफाश किया और छाया को खोजने में जुट गई। छाया बहादुरी से खतरनाक हालात से निकली और सुरक्षित घर लौट आई। परिवार और पुलिस ने राहत की सांस ली। घर वापसी के दौरान छाया और विशाल की नजरों में अनकही बातें और गहरी भावनाएँ झलकती रहीं। छाया के “थैंक्यू” संदेश ने विशाल के मन में छिपे प्यार को और गहरा कर दिया। मगर उसके पुराने कठोर शब्द उसे पछतावे और भावनाओं के खिंचाव