छाया प्यार की - 14

(छाया को अचानक कुछ लोग नित्या समझकर अगवा कर लेते हैं। वह नित्या और काशी को बचाने के लिए खुद को नित्या बताती है और चुपचाप कार में बैठ जाती है। नित्या और काशी घर पहुँचकर सबको घटना बताती हैं, केशव पुलिस को सूचना देता है, नम्रता बेहोश हो जाती हैं। इस बीच विशाल, जिसे छाया पसंद आने लगी है, गिफ्ट और फूल लेकर उससे अपने दिल की बात कहने की तैयारी करता है। उधर छाया आंख-मुंह पर पट्टी और हाथ-पैर बंधे हालत में बंद जगह में है। पट्टी हटने पर सामने जो दिखता है, उसे देखकर वह डर और