" देखो भाभी देखो!!!!!! कैसे शरमा रही है यह अभी से। " महक ने मुझे छेड़ते हुए भाभी से कहा और फिर वह दोनों मुझे देख हंसने लगे। मुझे इस समय खुद पर हंसी भी आ रही है और ना जाने क्यों थोड़ी बहुत शर्म भी आ रही है।" तुम इतना क्यों शर्मा यही हो??? " मैनें खुद को डांटते हुए मन में कहा। वह दोनों अभी भी हस ही रहे थे कि तभी दरवाजे पर खड़ी मामी जी ने कड़क आवाज में बोला," तुम सब क्या बस यहां हंसती ही रहोगी???? " उनकी आवाज सुनते ही भाभी तो बिल्कुल चुप खड़ी हो गई