चंद्रवंशी - अध्याय 10 - अंक - 10.3

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जीद की आंखों से आंसू बहने लगे। वह विनय को संभालकर उसके दोनों हाथों के बीच लेकर बैठ गई। पर वह छुरी नहीं निकाल सकी। आगे बढ़ते आदम ने विनय की पीठ में छुरी थोड़ी कम गाड़ी थी, यह उसने देखा। उसके आगे बढ़ने से पहले ही रोम ने गड़ी हुई छुरी बाहर खींच निकाली। आदम का सामना रोम अकेले कर पाए ऐसा नहीं था। उनके सामने राहुल भी कुछ करने की हालत में नहीं था। उसकी त्वचा धीरे-धीरे जलने की दुर्गंध भी फैला रही थी। लेकिन तब भी आदम कुछ कम नहीं था।  आदम सबको पीछे छोड़कर सोने के उस