खानवा की पराजय महाराणा साँगा की सेना खानवा के मैदान में आ डटी थी और उन्होंने रणनीति बना ली थी। अफगान सरदारों को महाराणा कुछ अधिक ही महत्त्व दे रहे थे, जिससे उनके कुछ राजपूत सामंत चिढ़ रहे थे। वास्तव में राणा ठीक कर रहे थे। वे अफगान शक्ति का युद्ध में पूरा-पूरा इस्तेमाल और लाभ उठाने की नीति पर काम कर रहे थे। बाबर की सेना दो मील आगे मोर्चा लिये खड़ी थी। महाराणा ने अपने सभी सामंतों और सरदारों को एकत्र करके अपनी रणनीति समझा दी थी। ‘‘यह युद्ध केवल बयाना को जीतने के लिए नहीं लड़ा जा रहा