मेवाड़ की नवीन स्थिति पर चिंतन राव कर्मचंद ने साँगा के कहने पर मेवाड़ की वर्तमान जानकारी लेने के लिए दो गुप्तचर चित्तौड़ भेजे, जो कुछ दिनों के पश्चात् वापस लौटे। उन्हीं गुप्तचरों के द्वारा कुँवर साँगा को सारे घटनाक्रम का पता चला। उन्हें ज्ञात हुआ कि वहाँ आज भी मेवाड़ की जनता अपने प्रिय राजकुमार को याद करती है। यह भी पता चला कि वहाँ उन्हें किसी हिंसक जानवर द्वारा शिकार हो गया मान लिया गया है। इसके पश्चात् जयमल की हत्या से लेकर पृथ्वीराज के शुभ विवाह और उत्तराधिकारी की घोषणा के विषय में भी गुप्तचरों ने बताया। कुँवर साँगा