महाराणा सांगा - भाग 8

जयमल का राजकुमारी तारा से प्रणय निवेदनसमय अपनी निर्बाध गति से व्यतीत होता रहा। दिन महीनों में और महीने वर्षों में बदल गए। इसी के साथ कुछ और भी परिवर्तन हुए। पृथ्वीराज ने बड़ी वीरता और लगन से राजहित में कई ऐसे कार्य कर दिए, जिनसे मेवाड़ की कीर्ति बढ़ने लगी। उसने गोंड़वाड़ क्षेत्र से विद्रोही मीणाओं का समूल नाश कर दिया। पर्वतीय क्षेत्रों को निर्भय कर दिया। सिरोही और लांछ जैसी राजपूत रियासतों को अपने अधीन किया और देसूरी के मादरेचा चौहान शासकों का ध्वंस करके अपनी विजय पताका फहरा दी। ये सब सूचनाएँ महाराणा रायमल को मिलती थीं तो