खून की प्यास: सुनसान सड़क का श्राप - 2

Part 2 – रात का पीछा(कहानी: “खून की प्यास – सुनसान सड़क का श्राप”)गाँव में उस दिन का माहौल और भी भारी था।रामकिशन ने सबके सामने जो कहा — “आज रात… मैं खुद सच देखूंगा” — उससे सब चौंक गए थे।धरमपाल ने तुरंत कहा,“पागल हो गया है क्या? रात में उस सड़क पर जाना मौत को न्योता देने जैसा है।”रामकिशन ने धीमे, मगर ठोस लहज़े में जवाब दिया,“अगर सच नहीं पता चला, तो कल ये भीड़ मेरी बीवी को जिंदा नहीं छोड़ेगी। मुझे देखना होगा।”गाँववाले आपस में फुसफुसाने लगे। कुछ को लगा कि रामकिशन बहादुर है, कुछ को लगा कि