और भगवान विष्णु हरिद्रा सरोवर तट के निकट पहुंच कर देवी माता की घोर तपस्या की और विष्णु भगवान की तपस्या से देवी समक्ष प्रकट हुई श्री विष्णु भगवान की तपस्या से बगलामुखी प्रकट हुई और देवी बगलामुखी हरिंद्रा सरोवर में जलक्रीड़ा करती। महापीताबरा के हृदय से दिव्य तेज उत्पन्न हुआ और इस तेज से ब्रह्मांडीय तुफान थम गया।देवी बगलामुखी की प्रतिमा।देवी बगलामुखी की प्रतिमा का रंग सुनहरा है।वह पीले कमलों से भरे अमृत के सागर के बीच एक सुनहरे सिंहासन पर विराजमान हैं।देवी बगलामुखी माता के मस्तक पर अर्धचंद्र शोभायमान है। और देवी बगलामुखी माता को पीले रंग के वस्त्र चित्रित