Chapter 17: कमरे में घना सन्नाटा है। बाहर बादल गरज रहे हैं, और एक हल्की-सी बूँदाबाँदी खिड़की के शीशों पर दस्तक दे रही है। कमरे की एक कोने में काला बैग रखा है — वही बैग जिसने कई जिंदगियों की दिशा बदल दी।आरव की आँखें गुस्से से जल रही हैं। वो धीरे-धीरे रोमी की ओर बढ़ता है, उसकी साँसें भारी हैं।आरव (काँपती आवाज में, पर गुस्से से भरपूर):"तुमने… तुमने ऐसा क्यों किया, रोमी?मैंने सब किया… सब… जैसा तुमने कहा था।पर तुमने मेरे साथ… गद्दारी की।तुमने मेरा विश्वास तोड़ा…मैंने तुम पर यकीन किया था।"रोमी (आँखों में आँसू, पर आवाज में काँपता हुआ