गणेशजी की कृपा - एक सच्चे भक्त की कहानी

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भारत के एक छोटे से गाँव रामपुर में मध्यम आयु का एक व्यक्ति रहता था — नाम था हरिराम। उम्र लगभग पैंतालीस साल, साधारण कद-काठी, चेहरे पर मेहनत की रेखाएँ और आँखों में विश्वास की चमक। पेशे से किसान था, पर खेती उसकी आजीविका से ज्यादा उसकी आत्मा का हिस्सा थी। जमीन उसके पूर्वजों की थी और वह मानता था कि खेत केवल अनाज देने वाली जगह नहीं, बल्कि भगवान की दी हुई जिम्मेदारी है।गाँव में इस साल मौसम कुछ अलग ही रंग दिखा रहा था। पहले पहर की फसल बुवाई के समय बारिश न के बराबर हुई। आसमान जैसे