(छाया अपनी पहली नौकरी पर गई तो वहां उसे धोखे और खतरे का सामना करना पड़ा। उसने साहस दिखाकर हमला करने वालों को मात दी। एक रहस्यमय औरत ने उसकी मदद की, लेकिन समझाया कि अपनी रक्षा खुद करनी होगी। पुलिस आई और छाया ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस घटना ने छाया को मजबूत और आत्मनिर्भर बना दिया। परिवार उसकी मेहनत से खुश था, जबकि दोस्त विशाल के जीवन में भी बदलाव आ रहा था। छाया की कहानी संघर्ष, हिम्मत और बदलती ज़िन्दगी की प्रेरणा है। अब आगे)पुलिस छाया को अस्पताल लेकर आई, जहाँ दाएँ हाथ और सिर पर मरहम-पट्टी