इंतज़ार

इंतज़ार बाबा चारपाई पर लेटे हैं और पिछले दो दिनों से उनका खाना-पीना भी बंद है। हालत इतनी खराब है कि वे बाथरूम-टॉयलेट भी नहीं जा पा रहे हैं।ऐसे में सबसे बड़े साहब और छोटे बाबू दिल्ली में अपनी नौकरी और परिवार की जिम्मेदारियों में उलझे हुए हैं। तीसरा बेटा और एक पोता गांव में साथ रहते हुए भी लाचार हैं... लाचारी इसलिए क्योंकि जो भी मिलने आता है, हर किसी के पास कोई न कोई सुझाव जरूर होता है, सिवाय डॉक्टर के पास ले जाने या अस्पताल में भर्ती कराने के। कोई कहता है कि अब उनका बचना नामुमकिन