Ch 8: दर्पण कक्षमीरा, रवि, यामिनी, राघव और तेजा — अब जान चुके थे कि उनका सामना किसी साधारण आत्मा से नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली तांत्रिक की अधूरी आत्मा से है जिसे लोग 'छठा' कहते थे। मंदिर में देखा गया अग्निकुंड, आत्माओं की चेतावनी, और मीरा के हाथ पर उभरते नए चिन्ह — ये सब इशारा कर रहे थे कि समय बहुत कम बचा था।अब उनका अगला लक्ष्य था — उन पाँच आत्माओं की पहचान करना, जिन्होंने पहले कभी उस अनुष्ठान में भाग लिया था। पर कैसे? एक पुरानी इमारत का रहस्यमीरा को याद आया कि मंदिर के पीछे एक