मृत आत्मा की पुकार - 6

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Ch 6 : बंटा हुआ रास्ता  सीढ़ियाँ अब भी नीचे की ओर जा रही थीं, और हर कदम के साथ अंधकार और घना होता जा रहा था। पाँचों दोस्त — मीरा, रवि, यामिनी, राघव और तेजा — धीरे-धीरे नीचे उतरते जा रहे थे, लेकिन अब हवा में कुछ बदल गया था। वह सिर्फ ठंडी नहीं थी, उसमें अब एक कंपकंपाहट थी, जैसे कोई साँस ले रहा हो... उनके बहुत पास।“यह जगह सांस ले रही है,” यामिनी ने फुसफुसाते हुए कहा।मीरा चुप थी। उसके हाथ पर अब भी वह नीला चिन्ह चमक रहा था, जैसे वह रास्ते की दिशा तय कर