अधूरी आवाज़ें - 1

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---अध्याय 1: शिवम की खामोशीशिवम, एक ऐसा लड़का जो बचपन से ही अकेला था। न दोस्तों की भीड़, न हँसी की गूंज। वो बस चुपचाप जी रहा था — स्कूल, किताबें और घर की दीवारें ही उसकी दुनिया थीं। उसकी आँखों में एक स्थायी उदासी थी, जैसे ज़िंदगी ने उसके लिए कुछ खास रखा ही न हो।10वीं तक उसका जीवन जैसे-तैसे चलता रहा। फिर आया बोर्ड परीक्षा का समय।किसी तरह प्री-बोर्ड पास कर लिया, लेकिन असली परीक्षा अभी बाकी थी।इसी दौरान उसके हाथ लगा एक नया मोबाइल। और उसी के साथ, पहली बार उसकी ज़िंदगी में घुसी एक नई चीज़