कहानी:स्थान: तेजपुर, असममुख्य पात्र: रवि शर्माथीम: संघर्ष, समर्पण, त्याग, और आत्म-विश्वासभाग 1: एक मामूली लड़का, बड़ी सोचतेजपुर का एक छोटा सा गाँव "नावबंदा", जहां हर गली की मिट्टी में सपनों की महक थी। यहीं रहता था रवि शर्मा, एक गरीब किसान का बेटा। पापा खेतों में काम करते और मां घर-घर जाकर कपड़े सिलती।रवि पढ़ाई में होशियार था, लेकिन उसके पास न अच्छे कपड़े थे, न मोबाइल, न कोचिंग।उसके दोस्तों ने पूछा:"IAS? इतना बड़ा सपना? तेरे बस का नहीं है..."पर रवि मुस्कराकर सिर्फ एक बात कहता,"अगर सपने डर से छोटे हो जाएं, तो सपना नहीं, समझौता है!"भाग 2: पहली