आज जो दौर चल रहा है कहते है कि यह कलयुग का प्रथम चरण है कलयुग का पूर्ण रूप अभी बाकि है और वह इससे भी ज्यादा भयंकर व पीडादायक होगा ।मेरी नजर मे कलयुग का आरंभ हो चुका है और इसका असर आप अपने आसपास देख भी सकते है। आजकल लोग अपने बच्चों और परिवार से ज्यादा अहमियत पैसे,धन-दौलत,प्रॉपर्टी और झूठी शान कमाने पर दे रहे है। लोग इन सबके चक्कर मे अपनों के साथ रिश्ते खराब कर रहे है ।पति-पत्नी एकसाथ नहीं रह पा रहें है । उनके तलाक हो रहें है और यह आजकल ट्रेंड बन गया