नेहरू फाइल्स - भूल-76

भूल-76 राज्यों का अस्त-व्यस्त पुनर्गठन भारत में अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों की अपनी बिल्कुल अलग भाषा है और उनके साथ संस्कृति, रीति-रिवाजों, पहनावों, संगीत, नृत्य, कला, साहित्य आदि का एक अलग संग्रह जुड़ा हुआ है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, जिनमें शायद खुद को अंग्रेज माननेवाले जैसे कि नेहरू शामिल नहीं थे, लोगों के अपनी मातृभाषा और संबद्ध संस्कृतियों के प्रति प्रेम तथा जुड़ाव और साथ ही उन्हें आजादी के कारण से जोड़ने की उसकी ताकत को बेहद गहराई से जानते थे; क्योंकि राजनीतिक स्वतंत्रता का सीधा सा मतलब अंग्रेजी और औपनिवेशिक संस्कृति से छुटकारा तथा उसके स्थान पर उनकी मातृभाषा और उनकी संस्कृति