सिया 19 साल की थी। उसके आस-पास के दोस्त हमेशा रिश्तों, पार्टियों और सोशल मीडिया की दुनिया में उलझे रहते। लेकिन सिया थोड़ी अलग थी। वह अक्सर अकेली रहती—कॉफ़ी शॉप में किताब पढ़ना, पार्क में टहलना या छत पर बैठकर आसमान देखना उसे अच्छा लगता।लोग कहते, "तुम्हें अकेलापन नहीं लगता?"वह मुस्कुरा कर जवाब देती, "नहीं, मुझे अपना साथ अच्छा लगता है।"धीरे-धीरे उसने महसूस किया कि अकेले रहने से उसे खुद को समझने का समय मिलता है। वह अपने सपनों पर ध्यान दे सकती है, बिना किसी को खुश करने की कोशिश किए। पढ़ाई में उसका ध्यान बढ़ा, उसने नया कौशल