इतंजार**********वो एक भीड़-भाड़ वाला इलाका था । चारों तरफ लोगो कि आवा- जाही थी । कई दुकानें थीं तो कई ठेले ,जो सड़क किनारे खड़े थे । उन ठेलों से आती आवाजें लोगों को अपनी ओर बुला रही थी ताकि वे अपना सामान बेच अपना घर चला सकें। सड़क पर गाडियां , मोटरसाइकिल, पैदल चालाक और ई रिक्शा की भीड़ दम घोटु थी ! कहीं से कोई आ रहा था तो कहीं से कोई ! लोगों के आपस में बात करने का धीमा स्वर भी सुनाई दे रहा था । वाहनों से आती होर्न कि आवाजें कान में किसी मच्छर के