[ 6. अर्थव्यवस्था ]‘प्रगतिशील’ (स्व-घोषित) माने जानेवाले व्यक्तित्व की प्रतिगामी नीतियाँ वर्ष 1947 से 1964 के बीच जापान की जी.डी.पी. प्रति व्यक्ति के लिए सी.ए.जी.आर. (कंपाउंडेड एन्युअल ग्रोथ रेट) 7.9 प्रतिशत, पूर्व सोवियत संघ के लिए 4.4 प्रतिशत और भारत के लिए बेहद खराब 1.68 प्रतिशत थी। नेहरू के कदाचित् प्रगतिशील व्यक्तित्व के लबादे के पीछे उनकी प्रतिगामी समाजवादी नीतियों के प्रति प्रेम को देखते हुए यह जरा भी आश्चर्यजनक नहीं है। भारत का रिकॉर्ड न सिर्फ चीन जैसे साम्यवादी देश के मुकाबले बेहद खराब था, जो उस समय आर्थिक रूप से बहुत छोटा था और उस आर्थिक विशालता के आसपास