शिवा के जीवन में अब हर दिन कुछ नया होने लगा था। जिस लड़के को कभी अपनी पढ़ाई में भी विश्वास नहीं था, आज वही लड़का नए उत्साह के साथ स्कूल जाता था। अब उसके पास न केवल किताबें, बल्कि एक अनदेखी शक्ति भी थी, जो उसे और बेहतर बना रही थी।आज स्कूल में पहला टेस्ट था और शिवा ने खुद को पूरी तरह तैयार किया था। अब उसे अपने पुराने दोस्तों से कोई डर नहीं था, न ही मोंटी और लोकेश के मजाक का कोई असर था। शिवा के मन में एक ही ख्याल था— "मैं किसी से कम