भूल-57 राष्ट्रीय हितों से कोई सरोकार नहीं दूसरों को रोकने के लिए अपने पक्ष में मजबूत सहयोगियों के होने के बजाय भारत नेहरू की ‘गुटनिरपेक्षता’ वाली खुद को हरानेवाली विदेश नीति के परिणामस्वरूप इतना निर्गुट हो गया कि पाकिस्तान (जिसकी एकजुटता पश्चिम के साथ थी) और चीन (जिसकी एकजुटता सोवियत संघ के साथ थी) भारत पर हमला करने की जुर्रत कर सके; क्योंकि उन्हें यह बात अच्छे से मालूम थी कि ऐसा करने में जरा भी जोखिम नहीं है, क्योंकि कोई भी देश संकट की इस घड़ी में निर्गुट भारत का साथ देने के लिए आगे नहीं आएगा। सहज बुद्धि का भी