जब वो 'online' आई, पर मेरे दिल में 'offline' हो चुकी थी। आर्यन: "आज फिर वही रात है""वही तकिया, वही अंधेरे कमरे की छत है""पर आज आवाज़ तेरी नहीं आती है"मैं स्क्रीन को घूरता हूँ...WhatsApp खोला।Instagram खोला।फिर से WhatsApp , हर बार दिल ये कहता है, “शायद इस बार उसकी chat पर ‘typing’ दिखे।”पर कुछ नहीं।उसकी DP हट चुकी है।और उस silence में एक चीख है।जिसे मैं सिर्फ अपने अंदर सुन सकता हूँ।पाँच महीने पहले, जो लड़की आर्यन की ज़िन्दगी की धड़कन बन गई थी।आज उसकी धड़कनों से जैसे कोई तार टूट चुका था।हर सुबह, हर रात… वो सिर्फ आशी को ही