भूल-38 सेना का राजनीतिकरण सेना के आलाकमान का राजनीतीकरण भारत-चीन युद्ध में भारत के बेहद बुरे प्रदर्शन के प्रमुख कारणों में से एक था। सेना की सार्थक सलाह पर जोर देने की बजाय नेहरू और कृष्णा मेनन ने सेना में शीर्ष पदों पर ऐसे आज्ञाकारी अधिकारियों की नियुक्ति की, जो उनके आदेशों को मानते थे। कृष्णा मेनन लोगों से बेहद बुरा बरताव करते थे। वे सेना के प्रमुख अधिकारियों के प्रति बेहद आक्रामक थे। उन्होंने अपनी तीखी टिप्पणियों, कटाक्ष और उपेक्षापूर्ण व्यवहार के चलते कइयों से दुश्मनी मोल ले ली थी। उन्होंने सेना के शीर्ष अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया