और हमारी अधूरी दोस्ती - प्रस्तावना

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कभी-कभी ज़िंदगी कुछ अजीब से मोड़ पर ला खड़ा करती है, जहाँ लोग मिलते हैं, जुड़ते हैं और फिर... बिछड़ जाते हैं। बिना किसी अल्फ़ाज़ के, बिना किसी वजह के, और बिना किसी अलविदा के। "Aur Humari Adhuri Dosti…" एक ऐसी ही सच्ची, भावनात्मक और दिल को चीर देने वाली कहानी है दो अनजान रूहों की, जिनका मिलना तो लिखा था, पर साथ रहना नहीं।ये कहानी शुरू होती है एक डिजिटल मुलाकात से।आर्यन, एक शांत, संवेदनशील और अकेला लड़का… जो दूसरों की भावनाओं को बहुत गहराई से समझता था।और फिर, उसकी ज़िंदगी में अचानक आई आशी, एक चंचल, खुशमिज़ाज और