भूल-34 पंचशील : तिब्बत को बेचा, खुद का नुकसान किया “यह महान् सिद्धांत (पंचशील) पाप की पैदाइश था, क्योंकि इसकी स्थापना एक ऐसे प्राचीन देश के विनाश पर हमारी मंजूरी की मुहर लगाने के लिए की गई थी, जो हमारे साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से जुड़ा हुआ था। यह एक ऐसा देश था, जो अपना जीवन जीना चाहता था और चाहता था कि उसे अपना जीवन जीने दिया जाए।” —आचार्य कृपलानी (एर्पी2) चीन ने तिब्बत के साथ जो किया, उसके बावजूद भारत ने 29 अप्रैल, 1954 को चीन के साथ ‘पंचशील समझौते’ पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते को शीर्षक ही दिया गया था—‘चीन