देव जैसे ही छत पर आया तो अपने पापा को देखने लगा। लेकिन देव को उसके पापा कई दिखाई नहीं दिए। देव ने देखा, दीपक मल्होत्रा अंकल वाईन पी रहे थे देव उनकी ओर बढ़ गया।"नमस्ते मल्होत्रा अंकल, आप कैसे हैं ?अभी पांच मिनट पहले ही पापा यहां आपके साथ थे लेकिन अब कई दिख नहीं रहे, आपको कुछ बताकर गए हैं ?"मल्होत्रा अंकल वाइन का आधा गिलास एक सास में पूरा गटक गए। उसके बाद टेबल पर रखी प्लेट में से एक कबाब उठाकर मुंह में रखने के बाद कहा, बेटा अभी एक थोड़ी देर पहले तो यही थे ।