संत जनाबाई भक्तिमति जनाबाई सुविख्यात भक्तश्रेष्ठ श्री नामदेवजी के घर मे नौकरानी थी। घर मे झाड़ू देना, बर्तन माँजना, कपड़े धोना और जल भरना आदि सभी काम उन्हें करने पड़ते थे। ऋषि-मुनियों की सेवा में रहकर पूर्वजन्म में जैसे देवर्षि नारदजी भगवान् के परम प्रेमी बन गए थे, वैसे ही भक्तवर नामदेव जी के घर मे होने वाली सत्संगति तथा भगवत चर्चा के प्रभाव से जनाबाई के सरल हृदय में भी भगवत्प्रेम का बीज अंकुरित हो गया था और उनकी भगवन्नाम में प्रीति हो गयी। जिसमें जिसकी प्रीति होती है, उसे वह भूल नही सकता। इसी तरह जनाबाई भी भगवन्नाम को