लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 7

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Chapter 7 – 'मर्दानगी' का जाल“मर्द बनो!”ये दो शब्द, एक आदेश की तरह लड़कों के जीवन पर थोप दिए जाते हैं।पर किसी ने कभी ये पूछा कि मर्द बनने का मतलब क्या है? क्या दर्द न महसूस करना? क्या आंसू न बहाना? क्या डर को निगल जाना? क्या चुप रहना, जब अंदर से आत्मा चीख रही हो?यह अध्याय, उन्हीं धागों को खोलता है जिनसे ‘मर्दानगी’ का जाल बुना गया है।---1. बचपन में बोए गए बीजजब एक छोटा लड़का गिरकर रोता है, तो उसे चुप करा दिया जाता है –“लड़के रोते नहीं।”जैसे रोना सिर्फ लड़कियों का हक़ हो।धीरे-धीरे वह बच्चा ये