आन्या ने कहा, “देर हो जाएगी…”अभिमान ये सुनते ही, अपनी पकड़ और कसते हुए बोला,“कुछ पल और… बस कुछ पल और।”आन्या ने अपना चेहरा अभिमान के सीने में छुपा लिया।अभिमान उसे अपने सीने से लगाए, कार से टेक लगाकर खड़ा था।दोनों की आंखें बंद थीं।अभिमान ने अपने गले में सिर डाले हुए आन्या को महसूस करते हुए धीमे से कहा,“आई लव यू सो मच, मेरा बच्चा। मैं तुम्हारे साथ हूं… सब ठीक कर लूंगा।”आन्या ने उसकी ओर देखा… फिर चुपचाप अपने घर चली गई।अभिमान अपने घर आया, पर बेचैनी ने उसे घेर रखा था।एक हफ्ता बीत गया।अभिमान छत पर खड़ा